क्या बंगाल तक जी आप चाहे वो मणिपुर हो, बिहार हो या बंगाल हो, देश से हो रहा है क्योंकि लगातार महिलाओं के साथ बर्बरता की जा रही है। उनके साथ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है जो आप हम सोच भी नहीं सकते। अब बंगाल से खबर सामने आई है जहाँ पर मालदा में दो महिलाओं के साथ ना सिर्फ मारपीट की गई बल्कि उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। पश्चिम बंगाल के मालदा से खबर है। दो महिलाओं के साथ बेरहमी के साथ उनके साथ बदसलूकी की गई। मारपीट की गई, उनके कपड़े फाड़े गए। भीड़ वहाँ पर तमाशबीन बनी रही। किसी ने भी उन महिलाओं के साथ हो रही बर्बरता को रोकने की कोशिश नहीं की। भारतीय जनता पार्टी ने वीडियो जारी किया है तो कल तक जो मणिपुर में हुए घटनाक्रम को लेकर आवाज उठा रहे थे, आज बंगाल पर चुप क्यों हैं? ये बीजेपी बात कर रही हैतो देश की सियासत इन दिनों महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर गर्म मणिपुर की शर्मनाक घटना के बाद विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं तो सत्ता पक्ष भी विपक्षी राज्यों में होने वाले अत्याचारों पर उसे आईना दिखा रहा है। हालात ऐसे हैं की घटना सामने आते ही उससे बड़ी घटनाएं दूसरे राज्यों में हो जाती है। मतलब महिलाओं पर सियासत करने वाला कोई भी दल दूसरे पर उँगली उठाने लायक नहीं हैं। रिपोर्ट मणिपुर में हुई दर्दनाक घटना को लेकर विपक्ष भले ही बीजेपी पर हमलावर लेकिन सच ये है की जिन राज्यों में विपक्ष के सरकारे वहाँ भी महिलाओं पर अत्याचार के आंकड़े कम नहीं।राजस्थान में पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है जिससे खुद गहलोत सरकार के मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने भी विधानसभा में स्वीकार किया। हालांकि सच की कीमत खुद को अपने मंत्री पद गंवा कर चुकानी पड़ी। राजस्थानी मंत्री महोदय, बैठिये। ये सच्चाई यह है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गयी। संयोग यह राजस्थान में जीस तरीके से अत्याचार बढ़े हैं। महिलाओं के ऊपर मणिपुर के वजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना है। अरे आपको हल्की में राजस्थान में हुई तीन घटनाओं के बारे में बताते जोधपुर में नर्सों हाँ 3 दिन पहले जोधपुर में छे महीने की मासूम समेत चार की हत्या कर शव जला दिये गए। अपराधियों ने आपसी रंजिश में एक छे माह की बच्ची समेत चार लोगों को जिंदा जला दिया। बदमाशों ने पहले घर में सो रहे लोगों को धारदार हथियारों से काटकर मार डाला। फिर चारों शवों को घर के आंगन में ही जला दिया। जोधपुर में मासूम से रेप वहीं करीब हफ्ते भर पहले जोधपुर में की एक 7 साल की लड़की से रेप की वारदात सामने आई है। एक निजी स्कूल के गेट मैन ने मासूम के साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने मासूम को डराकर अपनी घिनौनी करतूत को अंजाम दे दिया। आरोपी करीब छह महीने से रेप कर रहा था। फिलहाल आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जयपुर में विदेशी महिला से बदसलूकी यू जुलाई महीने की शुरुआत में ही जयपुर में एक विदेशी महिला पर्यटक के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया था। वीडियो में साफ दिख रहा है के की विदेशी महिला के साथ एक शख्स छेड़खानी और बदतमीजी कर रहा हक। अब बात करते हैं कि बंगाल की जहाँ हाल की में हुए पंचायत चुनाव में कोई हिंसा ने सारी हदें पार कर दी। चुनाव की गर्मी अभी शांत भी नहीं हुई थी कि महिलाओं पर अत्याचार की एक और तस्वीर सामने आके। मालदा में महिलाओं की पिटाई।
क्या बंगाल तक जी आप चाहे वो मणिपुर हो, बिहार हो या बंगाल हो, देश से हो रहा है क्योंकि लगातार महिलाओं के साथ बर्बरता की जा रही है। उनके साथ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है जो आप हम सोच भी नहीं सकते। अब बंगाल से खबर सामने आई है जहाँ पर मालदा में दो महिलाओं के साथ ना सिर्फ मारपीट की गई बल्कि उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। पश्चिम बंगाल के मालदा से खबर है। दो महिलाओं के साथ बेरहमी के साथ उनके साथ बदसलूकी की गई। मारपीट की गई, उनके कपड़े फाड़े गए। भीड़ वहाँ पर तमाशबीन बनी रही। किसी ने भी उन महिलाओं के साथ हो रही बर्बरता को रोकने की कोशिश नहीं की। भारतीय जनता पार्टी ने वीडियो जारी किया है तो कल तक जो मणिपुर में हुए घटनाक्रम को लेकर आवाज उठा रहे थे, आज बंगाल पर चुप क्यों हैं? ये बीजेपी बात कर रही हैतो देश की सियासत इन दिनों महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर गर्म मणिपुर की शर्मनाक घटना के बाद विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं तो सत्ता पक्ष भी विपक्षी राज्यों में होने वाले अत्याचारों पर उसे आईना दिखा रहा है। हालात ऐसे हैं की घटना सामने आते ही उससे बड़ी घटनाएं दूसरे राज्यों में हो जाती है। मतलब महिलाओं पर सियासत करने वाला कोई भी दल दूसरे पर उँगली उठाने लायक नहीं हैं। रिपोर्ट मणिपुर में हुई दर्दनाक घटना को लेकर विपक्ष भले ही बीजेपी पर हमलावर लेकिन सच ये है की जिन राज्यों में विपक्ष के सरकारे वहाँ भी महिलाओं पर अत्याचार के आंकड़े कम नहीं।राजस्थान में पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है जिससे खुद गहलोत सरकार के मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने भी विधानसभा में स्वीकार किया। हालांकि सच की कीमत खुद को अपने मंत्री पद गंवा कर चुकानी पड़ी। राजस्थानी मंत्री महोदय, बैठिये। ये सच्चाई यह है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गयी। संयोग यह राजस्थान में जीस तरीके से अत्याचार बढ़े हैं। महिलाओं के ऊपर मणिपुर के वजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना है। अरे आपको हल्की में राजस्थान में हुई तीन घटनाओं के बारे में बताते जोधपुर में नर्सों हाँ 3 दिन पहले जोधपुर में छे महीने की मासूम समेत चार की हत्या कर शव जला दिये गए। अपराधियों ने आपसी रंजिश में एक छे माह की बच्ची समेत चार लोगों को जिंदा जला दिया। बदमाशों ने पहले घर में सो रहे लोगों को धारदार हथियारों से काटकर मार डाला। फिर चारों शवों को घर के आंगन में ही जला दिया। जोधपुर में मासूम से रेप वहीं करीब हफ्ते भर पहले जोधपुर में की एक 7 साल की लड़की से रेप की वारदात सामने आई है। एक निजी स्कूल के गेट मैन ने मासूम के साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने मासूम को डराकर अपनी घिनौनी करतूत को अंजाम दे दिया। आरोपी करीब छह महीने से रेप कर रहा था। फिलहाल आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जयपुर में विदेशी महिला से बदसलूकी यू जुलाई महीने की शुरुआत में ही जयपुर में एक विदेशी महिला पर्यटक के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया था। वीडियो में साफ दिख रहा है के की विदेशी महिला के साथ एक शख्स छेड़खानी और बदतमीजी कर रहा हक। अब बात करते हैं कि बंगाल की जहाँ हाल की में हुए पंचायत चुनाव में कोई हिंसा ने सारी हदें पार कर दी। चुनाव की गर्मी अभी शांत भी नहीं हुई थी कि महिलाओं पर अत्याचार की एक और तस्वीर सामने आके। मालदा में महिलाओं की पिटाई।