Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 के जरिए भारत स्पेस में रचेगा कीर्तिमान

 


चंद्रयान थ्री मिशन का काउंटडाउन शुरू हो गया है। चंद्रयान थ्री भारत का सबसे महत्वाकांक्षी स्पेस मिशन है और बेहद रोमांचक क्षण है। लॉन्चिंग डेट की घोषणा भी कर दी गई है। चंद्रयान तीन मिशन को अंतिम रूप तक पहुंचाने के लिए रॉकेट समेत सारी जरूरी उपकरणों को असेंबल कर दिया गया है। इसके अलावा यान के सारे जरूरी टेस्ट कर लिए गए हैं। लॉन्चिंग के साथ ही भारतीय स्पेस में नई गौरव गाथा लिखेगा। चंद्रयान तीन भारत के लिए तो बेहद खास है ही। अभी तो दुनिया भर की स्पेस एजेंसियों की नजरें भारत के चंद्रयान तीन पर टिक्की हुई है।श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान तीन की लॉन्चिंग में कोई गलती ना हो इसके लिए छोटी से छोटी चीजों का विशेष ध्यान रखा गया है। ये मिशन चंद्रयान टू की कमियों की भरपाई करेगा। इसके हर एक पहलू को गंभीरता और सघनता से जांच किया गया है।


 चंद्रयान तीन का चाँद पर उतरने में सफल रहा तो भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन कर उभरेगा। इसके पहले अमेरिका, रूस और चीन ने अपने स्पेस क्रॉप को चंद्रमा पर उतारे हैं। आपको जानकर गर्व होगा कि चंद्रयान तीन की लागत अमेरिका, चीन और रूस की स्पेस यान की अपेक्षा काफी कम है। यानी भारत ने इस स्पेस में चंद्रयान तीन मिशन के साथ कम कीमत में ऊंची छलांग लगाने की कोशिश की है।सूपर पावर देश की स्पेस एजेंसी ने जो नहीं कर दिखाया है, वो भारत का दिखाने वाला है चलिए विडिओ में जानते हैं चंद्रयान तीन मिशन अन्य मिशनों की तुलना में क्यों खास है? पहले एक नजर डालते हैं चंद्रयान वन और चंद्रयान टू पर चंद्रयान वन इसरो के अनुसार 22 अक्टूबर 2008 को इसे लॉन्च किया गया था। चन्द्रमा के लिए भारत का पहला मिशन था चन्द्रमा की परिधि 3400 से अधिक परिक्रमाएं की। इसकी काल अवधि 2 साल के लिए थीं, लेकिन 29 अगस्त 2009 में संपर्क टूट गया।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने